आज में आपको IPS full form, IPS ka full form, IPS full form in Hindi, IPS meaning in hindi, IPS क्या है, IPS कैसे बनते हैं, और आईपीएस बनने के क्या फायदें हैं, इत्यादि के बारे में सारी जानकारी बताने वाला हूँ।
अगर आप आईपीएस से रिलेटेड सारी जानकारी जानना चाहते हैं या फिर आपका सपना IPS अफसर बनने का है तो आपको ये पोस्ट शुरू से लेकर अंत तक जरूर पढ़ना चाहिए।
भारत में लाखों बच्चों का सपना होता है की वह सरकारी नौकरी कर के देश का सेवा करें और सरकारी नौकरी में सारे सुख-सुविधा भी प्राप्त कराई जाती है।
हम सभी जानते हैं की IPS का पद बहुत ही सम्मानित और प्रतिष्टित है। इस आईपीएस की नौकरी करने के लिए इंडिया में हर साल लाखो बच्चे एग्जाम देते हैं और उनमे से केवल कुछ ही बच्चे एग्जाम पास कर पाते हैं।
आईपीएस बनना कोई आसान काम नहीं है क्यूंकि इसके लिए आपको कई कठिन परीक्षा में पास होना पड़ता है और इसके बाद आपको कुछ सालो के लिए ट्रेनिंग करवाई जाती है।
इसलिए हर साल केवल कुछ ही बच्चों का आईपीएस बनने का सपना पूरा हो पाता है और ये सब वही होते हैं, जो दिन-रात बहुत मेहनत, लगन, और धैर्य रखकर परीक्षा की तैयारी करते हैं। आईपीएस बनने के बाद आपका नाम और आपके माँ-बाप का नाम बहुत ऊँचा हो जाता है।
IPS Ka Full Form –
आईपीएस का फुल फार्म “Indian Police Service“ है। IPS को हिंदी में “भारतीय पुलिस सेवा” कहा जाता है।
IPS Full Form In English –
The full form of IPS is “Indian Police Service” in English.
I – Indian
P – Police
S – Service
IPS Full Form In Hindi –
आईपीएस का फुल फॉर्म हिंदी में “भारतीय पुलिस सेवा” होता है।
I – Indian (भारतीय)
P – Police (पुलिस)
S – Service (सेवा)
IPS क्या है? (IPS in hindi)
आईपीएस सभी पुलिस अधिकारीयों में सबसे प्रमुख होता है और यह एक सबसे सम्मानित और प्रतिष्टित पद में से एक है। आईपीएस की स्थापना 1948 में की गयी थी।
एक आईपीएस भारत के तीन प्रमुख तीन नागरिक सेवाओं (IAS, IPS और IFS) में से एक होता है, जिस वजह से इस पद को बहुत ज्यादा सम्मानित और प्रतिष्टित माना जाता है।
आईपीएस एक अखिल भारतीय सेवा है और आईपीएस के अधिकारियों को गृह मंत्रालय द्वारा नियंत्रित किया जाता है।
आईपीएस बनने के लिए आपको कठिन से कठिन परीक्षाओं का सामना करता पड़ता है और इसके साथ ही ट्रैंनिंग भी करना पड़ता है।
IPS कैसे बना जाता है?
IPS अधिकारी बनने के लिए आपको UPSC यानी संघ लोग सेवा आयोग के द्वारा कराई जाने वाली सिविल सर्विसेज की परीक्षा में पास करनी पड़ती है।
UPSC की परीक्षा हर साल होती है और अलग-अलग चरणों में कई बार होती है। आईपीएस की परीक्षा तीन चरण में होती है और आईपीएस बनने के लिए सभी परीक्षा पास करना पड़ता है।
संघ लोग सेवा आयोग(UPSC) के द्वारा ली गयी परीक्षा बहुत ही कठिन होती है और आईपीएस के लिए आपको इसके सारे एग्जाम को पास करने के बाद ट्रेनिंग के लिए भेजा जाता है।
IPS बनने की क्या योग्यता होती है?
आईपीएस बनने के लिए नीचे बताये गए सभी योग्यता का ध्यान रख कर ही आपको इस UPSC के द्वारा कराई जाने वाली सिविल सर्विसेज की परीक्षा में बैठने की मंजूरी दी जा सकती है।
इसलिए आपके अंदर ये सारी योग्यता हो तभी आप इस एग्जाम की तयारी करें इस सिविल सर्विसेज की परीक्षा की फॉर्म भरें।
1. शैक्षिक योग्यता
आईपीएस की परीक्षा देने के लिए आपके पास किसी भी स्ट्रीम की ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए और अगर आप ग्रेजुएशन के अंतिम बर्ष में हैं तो भी आप परीक्षा में बैठ सकते हैं।
2. शारीरिक योग्यता
लम्बाई – आईपीएस में चयनित होने के लिए पुरुष (जनरल/OBC केटेगरी) की लम्बाई 165CM और महिला (जनरल/OBC केटेगरी) की लम्बाई 150 CM होनी चाहिए।
SC/ST वर्ग के पुरुषो की लम्बाई 160 CM और महिला वर्ग की लम्बाई 145 CM होनी चाहिए।
चेस्ट – आईपीएस के लिए पुरुषों की चेस्ट 84CM (साथ ही 5 CM का फुलाव) और महिलाओं का चेस्ट 79CM (साथ ही 5 CM का फुलाव) होना चाहिए।
नज़र(आई साईट) – महिला और पुरुष दोनों के लिए 6/6 या 6/9 दूर द्रष्टि और कमजोर आँखों का विजन 6/12 और 6/9 होना चाहिए।
3. आयु सीमा
◆ सामान्य वर्ग के लिए आयु सीमा 21-32 वर्ष होनी चाहिए।
◆ OBC के लिए 21-35 बर्ष होनी चाहिए।
◆ आरक्षित वर्ग(ST/SC) के लिए 21-37 वर्ष होनी चाहिए।
4. परीक्षा की प्रयासों की संख्या
◆ सामान्य वर्ग के लिए प्रयासों की संख्या 6 बार है (32 साल तक)
◆ OBC के लिए 9 बार है (35 साल तक)
◆ आरक्षित वर्ग(ST/SC) के लिए प्रयासों की कोई सीमा नही है (37 साल तक)
◆ शारीरिक दक्षता वर्ग (जनरल ) के लिए प्रयासों की संख्या 9 बार है।
◆ शारीरिक दक्षता वर्ग (OBC/SC/ST) के प्रयासों की कोई सीमा नही है।
5. नागरिकता
अगर आपके पास भारत की नागरिकता है तो आप आईपीएस एग्जाम के लिए आवेदन कर सकते हैं और इसके अलावा अगर आप नेपाल और भूटान के नागरिक भी है तो आईपीएस एग्जाम के लिए आवेदन कर सकते हैं।
IPS परीक्षा का सिलेबस क्या है?
IPS परीक्षा के सिलेबस में लगभग सारे विषय आ जाते हैं, इस एग्जाम की तैयारी करने के लिए आपको सारे विषयों पर बराबर समय देना पड़ता है।
आईपीएस बनने के लिए आपको तीन चरणों में परीक्षा देनी पड़ती है।
1. Preliminary Exam (प्रारंभिक परीक्षा)
2. Main Exam(मुख्य परीक्षा)
3. Interview (साक्षात्कार)/पर्सनालिटी टेस्ट
आइए अब आईपीएस की तीनों परीक्षाओं के सिलेबस के बारे में विस्तार से जानते हैं –
1. Preliminary Exam (प्रारंभिक परीक्षा) :-
प्रारंभिक परीक्षा आईपीएस एग्जाम की पहली परीक्षा होती है और इस परीक्षा में ओब्जेक्टिस टाइप प्रश्न पूछे जाते हैं।
यह परीक्षा दो भाग में होती है एक सामान्य अध्ययन (GS-1) और दूसरा CSAT (GS-2) और दोनों परीक्षा 200-200 मार्क्स की होती है।
इन दोनों परीक्षा की कुल अवधि दो-दो घंटे की होती है। इस परीक्षा में पास होने लिए आपको 2nd पेपर में कम से कम 33% मार्क्स लाने होते हैं।
अगर आप इस परीक्षा में पास हो जाते हैं तो आप अगले परीक्षा यानी की Main Exam में बैठने के योग्य हो जाते हैं।
2. Main Exam(मुख्य परीक्षा) :-
Main exam आईपीएस की दूसरी परीक्षा होती है और यह परीक्षा एक लिखित परीक्षा होती है। इस परीक्षा में कुल 9 पेपर होते हैं।
यह एग्जाम भी दो भाग में होते हैं एक क्वालीफाइंग पेपर और दूसरा मेरिट पेपर।
◆ क्वालीफाइंग पेपर – इस एग्जाम में दो पेपर होते हैं और दोनों 300-300 मार्क्स के होते हैं। पेपर 1 में आपसे Modern Indian लैंग्वेज से सवाल पूछे जाते हैं और पेपर 2 में इंग्लिश से सवाल पूछे जाते हैं।
◆ मेरिट पेपर – इस एग्जाम में 7 पेपर होते हैं और सभी पेपर से 250-250 मार्क्स के प्रश्न पूछे जाते हैं। पेपर 1 में निबंध (Essay), पेपर 2 से 5 तक में सामान्य अध्ययन, और पेपर 6 और 7 में ऑब्जेक्टिव सब्जेक्ट पेपर पूछे जाते हैं।
3. Interview (साक्षात्कार)/पर्सनालिटी टेस्ट :-
प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा पास करने के बाद आपको इंटरव्यू या पर्सनालिटी टेस्ट के लिए बुलाया जाता है। और यह इंटरव्यू लगभग 40 से 45 मिनट तक की होती है।
इस इंटरव्यू में आपसे अलग-अलग तरह के सवाल पूछे जाते हैं, जिनमे से कुछ सवाल आपके सिलेबस से ही होते हैं और कुछ सवाल पर्सनालिटी और मेन्टल एबिलिटी को चेक करने के लिए भी पूछे जाते हैं।
अगर आप इस इंटरव्यू में पास हो जाते हैं तो आपको आईपीएस की ट्रेनिंग 3 साल तक करवाई जाती है और ट्रेनिंग पूरा हो जाने के बाद आप आईपीएस अधिकारी बन जाते हैं।
IPS बनने के क्या-क्या फायदे हैं?
आईपीएस बनने के बहुत सारे फायदें हैं, तो चलिए एक-एक करके देखते हैं :-
- अगर आप आईपीएस बन जाते हैं तो आपका नाम घर और समाज दोनों जगह बहुत लोकप्रिय हो जाता है और सभी को आप पे गर्व महसूस होता है।
- आईपीएस बनने के बाद आप अपने पुलिस विभाग के पोस्ट में सबसे ऊपर के पद पर होते हैं।
- आईपीएस को एसपी (SP), डी आई जी (DIG), आई जी(IG) जैसे पदों पर नियुक्त किया जाता है।
- अगर आप आईपीएस ट्रेनिंग में टॉप करते हैं तो आपको Sword of Honour से सम्मानित किया जाता है।
- IPS की सुरक्षा के लिए पूरी पुलिस फाॅर्स हमेशा साथ रहती है।
- आईपीएस की सैलिरी बहुत अच्छी-खासी होती है लगभग 56,100 रुपये प्रति माह से लेकर 2,25,000 रुपये प्रति माह तक, वैसे अलग-अलग पदों के लिए अलग-अलग सैलिरी होती है।
FAQs : IPS Ka Full Form
Q. IPS का full form क्या है?
Ans: आईपीएस का फुल फार्म “Indian Police Service“ है।
Q. IPS बनने के लिए कितनी परीक्षा देनी होती है?
Ans: आईपीएस बनने के लिए तीन चरणों में परीक्षा देनी पड़ती है।
Q. IPS की परीक्षा कितनी बार दिया जा सकता हैं?
Ans: आईपीएस की परीक्षा सामान्य वर्ग के छात्र 6 बार, OBC वर्ग के छात्र 9 बार, और ST/SC वर्ग के छात्र के लिए कोई सीमा नही है।
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निष्कर्ष :–
आज के इस पोस्ट में हमनें IPS के बारे में बहुत कुछ सीखा हैं, हमने IPS full form, IPS ka full form, IPS in hindi, IPS full form in hindi, IPS meaning in hindi,, IPS क्या है, IPS कैसे करते हैं, IPS का एग्जाम पैटर्न और सिलेबस क्या है, इत्यादि के बारे में बात किया है।
मुझे उम्मीद है की इस article में बताये गए IPS से रिलेटेड सारी जानकारी आपको समझ आ गए होंगे और अब आपको IPS के बारे में सब कुछ पता चल गया होगा।
अगर आप मुझसे IPS से सम्बंधित कोई भी सवाल पूछना चाहते हैं तो आप नीचे comment सेक्शन में पूछ सकते हैं और अगर कोई सुझाब देना चाहते हैं तो भी आप बता सकते हैं।
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